Chandrayaan 3 Mission: प्रज्ञान और विक्रम को जागने में क्यों हो रही दिक्कत, जानें 5 बड़ी वजहें, नहीं जागे तो क्‍या होगा?

Chandrayaan 3 Mission: प्रज्ञान और विक्रम को जागने में क्यों हो रही दिक्कत, जानें 5 बड़ी वजहें, नहीं जागे तो क्‍या होगा?

चांद पर सामान्‍य तौर पर रात का तापमान माइनस 140 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है. वहीं, दक्षिण ध्रुवीय इलाके में चंद्र रात का तापमान माइनस 210 डिग्री सेल्सियस से भी ज्‍यादा तक गिर जाता है

चंद्रमा पर पड़ती है भीषण सर्दी

चंद्रमा पर पड़ती है भीषण सर्दी

चांद पर मौजूद विकिरण किसी भी उपकरण या इलेक्‍ट्रॉनिक डिवाइस के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. इसरो ने बताया था कि चांद पर विकिरण का स्‍तर काफी ज्‍यादा है

विकिरण बन सकता है समस्‍या

विकिरण बन सकता है समस्‍या

चांद के दक्षिणी ध्रुव का तापमान माइनस 210 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला जाता है. इस तापमान पर कोई भी प्‍लास्टिक मैटेरियल, कार्बन पावर मैटेरियल  है

ठंड से टूट सकते हैं पेलोड

ठंड से टूट सकते हैं पेलोड

दक्षिणी इलाके का तापमान माइनस 250 डिग्री सेल्सियस तक गिरने पर बैटरियां खराब हो सकती है

बैटरी का चार्ज ना होना

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